दोस्तों आज आपको यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2020 में ऑल इंडिया रैंक 3 हासिल करने वाली अंकिता जैन के बारे में बताएंगे. उन्होंने चौथे प्रयास में आईएएस अफसर बनने का सपना पूरा कर लिया. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद उन्होंने कुछ समय प्राइवेट सेक्टर में नौकरी की, फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. आज आपको बताएंगे कि आखिर किस तरह अंकिता ने 4 साल के संघर्ष के बाद अपना सिविल सेवा का सपना पूरा कर लिया.

अंकिता मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं और उनके परिवार में कुछ लोग सिविल सेवा में हैं. यही कारण रहा कि बचपन से ही उनका भी सपना आईएएस अफसर बनने का रहा. अंकिता बचपन से पढ़ाई में होशियार रहीं और उन्होंने इंटरमीडिएट के बाद दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्हें एक कंपनी में नौकरी मिल गई और कुछ समय नौकरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. अंकिता के पति आईपीएस ऑफिसर हैं.

अंकिता ने साल 2017 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर ली. इस बार उनकी रैंक अच्छी नहीं आई और इस वजह से उन्हें मन मुताबिक आईएएस सेवा नहीं मिली.

उन्होंने इंडियन अकाउंट सर्विस ज्वाइन कर ली और साथ ही यूपीएससी की तैयारी भा करती रहीं. तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली. आखिरकार चौथे प्रयास में उन्होंने आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. खास बात यह है कि इस बार अंकिता की बहन ने भी यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक 21 हासिल की है.

अंकिता का मानना है कि सबसे पहले आपको एनसीईआरटी की बेसिक किताबें पढ़नी चाहिए. जब आपके बेसिक्स क्लियर हो जाएं, तब स्टैंडर्ड किताबों को पढ़ें. वे मानती हैं कि तैयारी के दौरान नोट्स बनाना बेहद जरूरी होता है. इससे रिवीजन आसानी से हो जाता है. अंकिता के मुताबिक आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस भी जरूरी होती है. अगर आप लगातार प्रैक्टिस करेंगे, तो आपको परीक्षा वाले दिन इसका फायदा मिलेगा. आखिर में अंकिता कहती हैं कि लगातार कड़ी मेहनत करते रहिए, तो आपको यूपीएससी में सफलता जरूर मिल जाएगी.