आज के इस लेख में हम बताने जा रहे हैं किस प्रकार कृषि में भी किसान मालामाल हो गए अक्सर देखा गया है कि लोग अपने पुश्तैनी व्यवसाय को आगे बढ़ाते हैं अब भले ही चाहे उसमें नफा हो या नुकसान मगर राजस्थान के कुछ किसानों ने अपना पुश्तैनी व्यवसाय छोड़कर आगे बढ़े और मालामाल हो गए राजस्थान के डूंगरपुर जिले के माणा गांव में एक किसान परिवार रहता है,

जिन्होंने अपना वर्षों पुराना खेती का काम बंद कर दिया और सब्जी की फसल उगाना शुरू की देखते ही देखते आज वे कहां से कहां आ गए हैं आपको बता दें माना गांव के जीवड़ पटेल अपने परिवार के साथ वर्षों पहले पारंपरिक कृषि का काम छोड़ चुके थे वही जीवड़ पटेल को यह अनुमान हो गया था कि उनकी पारंपरिक खेती अब और नहीं चल सकती और ना ही तरह मुनाफा कमा सकती है जितना की सब्जी और बागानों मे है कम सब्जियां उगाकर उन्होंने यह काम शुरू किया और देखते ही देखते यह परिवार 20 से 25 बीघा जमीन पर खेती कर रहा है,

यह खेती सिर्फ सब्जियों की होती है जिससे कि उनको साल का मुनाफा 12 से 13 लाख मुनाफा पड़ जाता है इस बारे में जब जीवड पटेल से बात की गई तो उन्होंने बताया उनके पास 4 बीघा पुश्तैनी जमीन है जिस पर उन्होंने खेती का काम शुरू किया और काफी मुनाफा भी कमाया जब सब्जियों में उन्हें बहुत अच्छा मुनाफा होने लगा फिर उन्होंने 50 बीघा जमीन और ली जीवड़ पटेल बताते हैं कि सब्जी की खेती करना भी इतना आसान नहीं है इतनी मेहनत के साथ साथ तकनीक का भी ध्यान होना जरूरी है वही जीवड़ पटेल की पत्नी शांता पटेल ने बताया कि नहीं मौसम के हिसाब से सब्जी उगाते हैं,

वही परिवार की महिला शांता पटेल बताती हैं लोग मौसम के अनुसार खेती करते हैं उन्होंने यह भी बताया है कि उनके खेत में टमाटर पत्ता गोभी मिर्ची की खेती कर रखी है जिसमें उनके साथ परिवार के 10 लोग लगे हुए हैं और साथ ही 6 से 7 मजदूर भी लगे रहते हैं और साथ ही परिवार वालों ने गाय भैंस का भी काम कर रखा है उनको भी पाला हुआ है वही इन के गोबर से प्राकृतिक खाद मिलती है जो कि वे अपने खेतों में इस्तेमाल करते हैं,वही शांता पटेल को पीएम मोदी ने वाइब्रेट गुजरात में बेस्ट किसान के अवॉर्ड से सम्मानित भी किए हैं ।