दोस्तों यूपीएससी की अनगिनत जॉब लिस्टिंग में से आईएएस के पद तक पहुंचना सबसे कठिन होता है. इसके लिए न सिर्फ लाखों उम्मीदवारों के साथ कॉम्पिटीशन होता है, बल्कि उस प्रतियोगी परीक्षा के लिए खुद को तैयार कर पाना भी आसान नहीं होता है.

यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद कर्नाटक के मांड्या की डिप्टी कमीश्नर आईएएस अस्वथी श्रीनिवास का क्या हाल हुआ था, यह उन्होंने एक इंटरव्यू में शेयर किया है. वह यूपीएससी परीक्षा के तीसरे अटेंप्ट में सफल हुई थीं. उनका यह सफर काफी संघर्षों भरा रहा. इस दौरान रिश्तेदारों व अन्य परिचितों के तानों के बीच खुद को मजबूत रखना किसी चुनौती से कम नहीं था.

आईएएस अस्वथी एस ने अपने एक रीसेंट इंटरव्यू में 2019 के उस दिन का वाकया शेयर किया है, जब यूपीएससी सीएसई परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ था. अस्वथी ने इसमें 40वीं रैंक हासिल की थी. यूपीएससी रिजल्ट जारी होते ही वह भगवान का शुक्रिया अदा करने के लिए जमीन पर घुटने टेक कर बैठ गई थीं. अगले 2 दिनों तक उनके मोबाइल और लैंडलाइन फोन पर बधाइयों वाली कॉल्स आती रही थीं.

अस्वथी एस आज भी अपने संघर्ष भरे दिनों को याद करती हैं. वह बताती हैं कि एक बार यूपीएससी परीक्षा में असफल होने के बाद पूरे 1 साल फिर दूसरे अटेंप्ट के लिए इंतजार करना पड़ता है. इस दौरान कोई शादी करने का दबाव डालता है तो कई करियर ऑप्शन बदलने की सलाह देता है. अस्वथी की 3 सालों की मेहनत में जो लोग भी उनके साथ खड़े रहे, वह उन सबकी आभारी हैं.

आईएएस अस्वथी एस ने यूपीएससी परीक्षा के पहले अटेंप्ट में प्रीलिम्स पास कर लिया था लेकिन मेंस में चूक गई थीं. फिर दूसरे प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाई थीं. आखिरकार 2019 के तीसरे अटेंप्ट में प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू पास करके 40वीं रैंक के साथ वह आईएएस ऑफिसर बन गई थीं. अस्वथी एस ने केरल के केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई की है.