3 साल तक सही घरेलू हिंसा फिर पति को तलाक देकर की नई शुरुआत, आज हैं एक पुलिस अफसर

दोस्तों घरेलू हिंसा एक ऐसा शर्मसार करने वाली हिंसा होती है जिससे महिला का आत्मसम्मान समेत ज़मीर तक हिल जाता हैं। भारत में हर साल महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा की वारदात दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। इसपर कानून भी बनाया गया यहां तक की इसमें गिरफ्तारी का भी प्रावधान है लेकिन फिर भी महिलाओं पर होने वाला घरेलू हिंसा रुक नही रही।

आज हम एक ऐसे ही महिला की स्टोरी इस लेख के जरिये साझा करने वाले है जिसने 3 साल तक अपनी पति द्वारा हो रहे घरेलू हिंसा का अत्याचार सहा और आखिकार तलाक देकर हासिल की नई ऊंचाइयां। उनकी प्रेणादायक स्टोरी शायद आपके दिल को छू लेगी।

केरल के कोझिकोड की रहने वाली नौजिशा अपने पति द्वारा किये जाने वाले अत्याचार को हर दिन बर्दाश्त कर रही थी। नौजिशा का पति प्रतिदिन उससे मारपीट और अपमानित करता था जिससे तंग आकर उन्होंने आत्महत्या तक की कोशिश कर ली थी। लेकिन वक़्त का चक्र घूमा और आज वह कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।

32 वर्षीय नौजिशा ने 3 साल तक अपने पति द्वारा हो रहे घरेलू हिंसा को बर्दाश्त किया और आखिरकार उसको तलाक देकर शुरू कर दी अपनी नयी ज़िंदगी। नौजिशा ने पुलिस अफसर की परीक्षा दी और उसमे पास होकर वो अब पुलिस अफसर बन गयी।

नौजिशा ने कंप्यूटर्स में मास्टर्स किया हुआ है। शादी से पहले नौजिशा गेस्ट लेक्चरर के तौर पर कार्यरत थी। साल 2013 में उनकी शादी हुई और फिर उनके जीवन में कठिनाई आना शुरू हो गयी। यहीं से उनके जीवन में परेशानियों का दौर शुरू हो गया। नौजिशा की नौकरी छुड़वा दी गयी। घर पर ही पति का अत्याचार सहती रही लेकिन इन सबमें नौजिशा का परिवार उनका साथ कभी नही छोड़ा।

नौजिशा इतनी टूट चुकी थी घर के पास बनें कुंए पे कूदकर जान देने तक की कोशिश की लेकिन फिर उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए और हालातों का सामना करना उचित समझा। 2016 में नौजिशा ने अपने 1 साल के बेटे संग पति का घर छोड़ दिया और उनको तलाक दे दिया। यही से उनकी क़िस्मत बदल गयी। नौजिशा कुछ दिन गेस्ट लेक्चरर की नौकरी की और साथ ही केरल पुलिस स्पेशल रिक्रूटमेंट की परीक्षा दी। यहां उनका सिलेक्शन हो गया और वो सिविल पुलिस फोर्स में शामिल हो गईं।

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