खेतों में प्रैक्टिस से टीम इंडिया तक का सफर, जानिए रवि बिश्र्नोई की पूरी कहानी…

दोस्तों वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है, इस टीम में जहां कुछ खिलाड़ियों की वापसी हुई है वहीं एक युवा खिलाड़ी ऐसा भी है जिसे पहली बार टीम इंडिया के लिए कॉल अप मिला है। उनका नाम रवि बिश्नोई जो एक लेग स्पिनर हैं। रवि बिश्नोई इससे पहले अंडर-19, आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंट में अपने गेंदबाजी का जलवा बिखेर चुके हैं।

आईपीएल में पंजाब किंग्स के लिए कुछ शानदार प्रदर्शन करने के बाद रवि बिश्नोई को हाल ही में लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम ने 4 करोड़ की कीमत देकर अपनी टीम में शामिल किया। वहीं उसके कुछ ही दिनों बाद अब उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के लिए टीम इंडिया का कॉल अप मिला है। ये सब कुछ एक साथ होना बिश्नोई के लिए किसी सुनहरे सपने से कम नहीं होगा।

अब देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता है या नहीं और अगर मिलता है तो वह किस तरह से एक इंटरनेशल मैच का प्रेसर झेलते हैं। बिश्नोई के लिए टीम इंडिया तक का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रवि बिश्नोई ने अपने जीवन के शुरुआती दिनों में बहुत संघर्ष किया था। उनके घरवाले बताते हैं कि बचपन में रवि बिश्नोई खेतों की उबड़खाबड़ जमीन पर ही प्रैक्टिस करते थे। उनकी मां के मुताबिक, जब तक उनका परिवार गांव में रहा, रवि ने खेतों में ही पिच बनाकर गेंदबाजी की, लेकिन बाद में रवि जोधपुर में क्रिकेट एकेडमी से जुड़ गए।

उनके जीवन में एक ऐसा समय आया था जब उनको अंडर-16 टीम में नहीं चुना गया था तो उनके परिवार वाले क्रिकेट से रवि को दूर करने वाले थे। रवि बिश्नोई के पिता उन्हें किसी और फील्ड में करियर बनाने के लिए कहने लगे। लेकिन रवि बिश्नोई भी अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटे और मेहनत करते रहे।

साल 2018 में रवि विश्नोई को 12वीं के बोर्ड एग्जाम देना था। उसी समय आईपीएल के नए सत्र की शुरुआत हो चुकी थी और रवि को राजस्थान रॉयल्स के साथ बतौर नेट बॉलर बोलिंग करने का मौका मिला। लेकिन इसी बीच रवि को उनके पिता का फोन आया और उन्होंने उनसे कैंप छोड़कर पढाई में ध्यान देने को कहा। लेकिन वो अपने पिता के विपरीत जाकर बोर्ड एग्जाम को छोड़ दिया और क्रिकेट पर अधिक ध्यान दिया।

दिसंबर, 2019 में आईपीएल ऑक्शन हुआ। मुंबई इंडियंस ने रवि के लिए बोली की शुरुआत की, 20 लाख की बेस प्राइस वाले रवि बिश्नोई को किंग्स इलेवन पंजाब ने 2 करोड़ में खरीदा। जिसके बाद टीम के कोच अनिल कुंबले ने मेल कर बिश्नोई को बधाई भेजी थी, उन्हें खुद इस बात पर यकीन नहीं हुआ कि जिस कुंबले से वह फ्लिपर गेंद सीखना चाहते थे वही आईपीएल में उनके पहले कोच होंगे। और उसके बाद से रवि बिश्नोई ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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