₹20 कमाने को जागरण में गाया इंडियन आइडल ने दिलाई पहचान अब है कहां.

सवाई भट्ट जो एक ऐसा नाम है जिसकी कोई पहचान ना होने के बावजूद भी हर किसी की जुबां पर है जो एक छोटे से गांव से आकर बेहद गरीब होते हुए भी अपने हुनर से अपने जज्बे से वह पहचान बनाई गायकी के क्षेत्र सच में हैरत होती है सवाई का जन्म राजस्थान के नागौर जिले के एक छोटे से गांव गच्छीपुरा में हुआ था सवई गांव में अपने माता-पिता बहनों के साथ कठपुतली का शो चलाता था आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान का यह पारंपरिक संगीत है जिसे लोग काफी पसंद करते हैं मगर सवाई में गायकी का हुनर बचपन से ही था.

मगर अपने हालात और गरीबी में होने के कारण वैसे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते थे राजस्थान की सड़कों पर कठपुतली का खेल दिखाते हुए सवई अपना गुजारा करते सवाई ने अपने पिता के साथ संगीत सीखा और राजस्थानी फोक गाने गाकर लोगों को मनोरंजन दिया और अपने परिवार का लालन पालन भी किया मगर एक दिन अचानक किस्मत ने अपना रंग बदला और सवाई फोक गाने गाते गाते इंडियन आइडल के मंच पर जा पहुंचे जब सवाई से इंडियन आइडल के बारे में बात की गई,

तो उन्होंने बताया उन्हें किसी अंकल ने शो के बारे में बताया था और उन्होंने मेरा ऑडिशन लेकर रिकॉर्ड किया और अपलोड कर दिया जिसके बाद में मंच तक पहुंचा सवाई ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि मैं एक ट्रेंड सिंगर नहीं हूं जो भी संगीत सीखा है अपने पिता से सीखा है मैंने अपने आसपास लोगों के संगीत को देखकर सीखा अपने अंदर संगीत के लिए इंटरेस्ट पैदा किया करीब 8 साल की आयु में हम जोधपुर जैसलमेर जयपुर और अलग-अलग जगह पर पपेट शो करते थे,

मेरे एक अंकल के पास स्मार्टफोन था जिनके फोन में यूट्यूब पर में संगीत सीखा संगीत से रिलेटेड वीडियो देखता और यही नहीं आसपास के गांव में जाकर जागरण करते जिसके लिए हमें 20 से ₹30 रुपए मिलते आपको जानकर हैरानी होगी सवाई जिस गांव में रहते हैं वहां इलेक्ट्रिक सिटी भी नहीं है सवाई बताते हैं उनके इंडियन आइडल में आने के बाद उनके गांव में इलेक्ट्रिक सिटी पहुंची सवाई बताते हैं कि इंडियन आइडल में आने के बाद भी वे लाइफ में अभी भी स्ट्रगल कर रहे हैं वे अपना खुद का घर बनाना चाहते हैं ।

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