बिहार बोर्ड के 12वीं और 10वीं के रिजल्ट हाल ही में जारी हुए हैं। रिजल्ट के जारी होने के बाद कई टॉपर्स की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है। 12वीं की कॉमर्स की परीक्षा में थर्ड टॉपर रही पायल कुमारी के बारे में भी लोग सोशल मीडिया पर बात कर रहे हैं। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की इंटरमीडिएट कॉमर्स स्ट्रीम की परीक्षा में ई-रिक्शा चालक की बेटी पायल कुमारी तीसरे स्थान पर रही हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद पायल कुमारी ने अपना सपना पूरा कर लिया है।

पायल कुमारी को 500 अंकों में से 472 अंक मिले हैं। पायल कुमारी का सपना एक आईएएस अधिकारी बनने का है। पायल ने बिहार के खगड़िया जिले के जेएनकेटी इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट किया है। पायल कुमारी ने अपनी रिजल्ट पर खुशी जाहिर की है।

पायल कुमारी का कहना है,मेरा लक्ष्य टॉप-3 में जगह बनाना था। मैंने 3rd टॉपर बनने के लिए बहुत मेहनत की है। अपना रिजल्ट देखकर मैं बहुत खुश हूं। मेरी मेहनत रंग लाई है। मैं अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, माता-पिता और भगवान को देती हूं।” पिता चलाते हैं ई-रिक्शा पायल कुमारी के पिता मुन्ना पोद्दार ई-रिक्शा चलाते हैं।

पायल की मां रीना देवी हाउस वाइफ हैं और घर पर रहती हैं। पायल का एक छोटा भाई भी है, जिसका नाम सत्यम कुमार है। सत्यम ने भी 10वीं कक्षा की परीक्षा पास कर ली है। पायल कुमारी के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। पायल ने बताया कि वह 10वीं के बाद साइंस लेना चाहती थी। लेकिन आर्थिक समस्याओं के कारण वह ट्यूशन फीस नहीं दे सकती थी इसलिए उसने कॉमर्स लेने का फैसला किया।

पायल ने कहा, ”चाहे भले ही मैंने घर की परेशानियों की वजह से कॉमर्स लिया हो लेकिन विषय चाहे कोई भी हो। मेरा एकमात्र उद्देश्य आईएएस अधिकारी बनना है। IAS अधिकारी सृष्टि जयंत देशमुख मेरी प्रेरणा हैं। ट्यूशन के नहीं थे पैसे! बाकी दूसरे छात्रों के अलावा पायल को बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के लिए ट्यूशन के पैसे नहीं थे। पायल ने ट्यूशन के बजाय अपने पाठ्यक्रम में शामिल अवधारणाओं को समझने पर फोकस किया। पायल ने कहा, ”मेरे स्कूल के शिक्षकों ने मेरी बहुत मदद की है। अगर मैं किसी भी विषय से जूझती थी या किसी प्रश्न में फंसती थी, तो मेरे शिक्षकों ने हमेशा मेरी मदद की है।

शुरुआत में मैंने कॉन्सेप्ट क्लियर करने के लिए ट्यूशन लिया था। लेकिन बाद में मैंने खुद सारे कॉन्सेप्ट को समझने की कोशिश की। YouTube के सहारे भी मैंने पढ़ाई की है।परिवार में एकमात्र पैसा कमाने वाले पायल के पिता ने पैसे की कमी को अपनी बेटी की पढाई के आगे कभी नहीं आने दिया। पायल का अब पूरा फोकस इस बात पर है कि कैसे वह भविष्य में कड़ी मेहमत करके आईएएस अधिकारी बने।