दोस्तों आजकल खेती-किसान में युवाओं का रुझान बढ़ा है. वहीं कुछ अपनी नौकरी छोड़कर भी खेती में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ऐसी ही एक फसल है, जो किसानों की कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली साबित हो रही है और वह है सफेद चंदन की खेती. अगर आप मोटी कमाई करना चाहते हैं तो सफेद चंदन की खेती कर सकते हैं. इस खेती से आप लॉन्ग टर्म में बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.

आपको बस कुछ साल तक इंतजार करना होगा.सफेद चंदन की इस्तेमाल औषधीय बनाने, साबुन, अगरबती, कंठी माला, फर्नीचर, लकड़ी के खिलौने, परफ्यूम, हवन सामग्री और विदेशों में फूड में होता है. शबला सेवा संस्थान के संस्थापक अविनाश कुमार के मुताबिक, वाइट सन्दलवुड की खेती के साथ मिश्रित खेती भी की जा सकती है. मिश्रित खेती से किसानों की आमदनी होती रहती है.

सफेद चंदन की खेती ऊसर, बंजर, धूस और पथरीली जमीन में आसानी से की जा सकती है. सफेद चंदन की खेती के लिए ऊंची जमीन होनी चाहिए. जलभराव क्षेत्र या जमीन में सफेद चंदन की खेती संभव नहीं है. सफेद चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है. लाल दोमट मिट्टी में सफेद चंदन के पौधों का जबरदस्त तरीके से विकास होता है.एक एकड़ जमीन पर सफेद चंदन के 410 पौधे लगाए जा सकते हैं. पौधों के बीच कम से कम 10 फीट की दूरी होना जरूरी है. एक एकड़ में सफेद चंदन के पौधे लगाने में करीब 1 लाख रुपये तक की लागत आती है.

चंदन की लकड़ी का भाव देश में 8 से 10 हजार रुपए प्रति किलो, वहीं विदेश में ये 20 से 25 हजार रुपए किलो तक में बिकती है. 14-15 साल में पूरी तरह विकसित होने पर 2 करोड़ रुपये से अधिक कमा सकता है.सफेद चंदन की खेती के लिए कोई खास कानूनी प्रक्रिया नहीं है. हालांकि, जिस तरह किसी भी पेड़ को काटने से पहले वन विभाग से मंजूरी लेनी होती है, ठीक उसी तरह सफेद चंदन के पेड़ को काटने से पहले भी वन विभाग से मंजूरी लेनी होती है.