दोस्तों दुनिया में सबसे प्यारा रिश्ता एक मां और बच्चे का ही माना जाता है। मां अपने बच्चों के लिए पूरी जिंदगी न्योछावर कर देती है, लेकिन वर्तमान समय में अच्छी नौकरी, अच्छी जीवनशैली के लिए लोग अपने मां-बाप को छोड़कर दूसरे शहर या देश चले जाते हैं। ऐसे में मां-बाप बुढ़ापे में अपने बच्चे के लिए तड़पते रह जाते हैं। मगर आज हम आपको एक ऐसे बेटे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी मां के लिए कुछ ऐसा किया जो सोशल मीडिया पर खूब वाहवाही बटोर रहा है।

दरअसल, सिंगापुर में रहने वाले एक भारतीय ने अपनी मां के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूबसूरत तस्वीर साझा की। इस तस्वीर के साथ शख्स ने भावुक नोट भी लिखा है जिसमें उसने बताया कि वह अपनी मां को पहली बार विदेश यात्रा पर सिंगापुर लाया है। उसने इसकी तस्वीरें भी साझा की हैं। इस पोस्ट के सोशल मीडिया पर खूब चर्चे हो रहे हैं। वहीं एक बेटे द्वारा मां के प्रति ऐसे प्यार को देख यूजर्स भी खूब प्यार बरसा रहे हैं।

दत्तात्रेय जाधव नाम के एक शख्स ने लिंक्डइन पर अपनी मां के साथ सिंगापुर की तस्वीर पोस्ट की है। दत्तात्रेय ने खुशी जताते हुए तस्वीर के साथ भावुक पोस्ट भी लिखा है। शख्स ने पोस्ट में लिखा, “मुझे अपनी मां को सिंगापुर घुमाने का मौका मिला है। वह जिन भावनाओं को महसूस कर रही हैं उसे मैं शब्दों में नहीं लिख सकता। मेरी मां जो हमेशा गांव में ही रहीं। जिन्होंने कभी पास से हवाई जहाज तक नहीं देखा, वह अपनी पीढ़ी की पहली महिला है जिन्होंने विदेश यात्रा की है।

सिंगापुर में नौकरी करने वाले शख्स ने पोस्ट में आगे लिखा, “मेरी मां को विदेश घुमाना मेरे और परिवार के लिए बहुत खास पल है, लेकिन मुझे एक ही चीज आहत करती है वो है मेरे पिता का न होना।” शख्स ने लिखा कि काश मेरे पिताजी भी ये अनुभव करने के लिए जिंदा होते। शख्स ने पोस्ट में लोगों से आग्रह करते हुए लिखा कि मैं उन लोगों से आग्रह करता हूं जो विदेशों में यात्रा करते हैं या नौकरी करते हैं। वह अपने माता-पिता को जरूर विदेश यात्रा कराएं। मेरी माने ये बहुत खुशी का पल होता है। मेरा विश्वास मानो ऐसा करने से उनकी खुशी को आप किसी पैमाने से नहीं माप सकते हैं।

बता दें कि लिंक्डइन पर शेयर किए गए इस पोस्ट को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। पोस्ट को लाइक करते हुए कई यूजर्स ने इस पर कमेंट्स भी किए हैं। एक र यूजर ने शख्स की तारीफ करते हुए लिखा कि ये सच में बहुत अच्छा है, माता पिता की खुशी ही हमारी खुशी है।