दिल्ली भारत की राजधानी व इतिहास और आधुनिकता का केंद्र है। यहाँ मुग़लों द्वारा बनाई गई इमारतों का ढेर लगा पड़ा है जहाँ सिर्फ भारतीय यात्री ही नहीं विदेशी यात्री भी भारी मात्रा में आते हैं। जब आप चाँदनी चौक की तंग गलियों में देशी घी में बने पराठे, कचौड़ी बनते देखेंगे तो खुद को रोक नहीं पाऐंगे। अच्छी घूमने फिरने की जगहों से लेकर हर राज्य का पारंपरिक खाना आपको यहाँ आसानी से मिल जाएगा और आपको हाथ-पैर भी नहीं मारने पड़ेंगे। मंदिरों से लेकर चर्च, गुरुद्वारे और मस्ज़िद तक तक हर चीज़ आपको यहाँ मिल जाएगी। एक ऐसी जगह जहाँ हर तरह की संस्कृति का मिश्रण है और कोई भेदभाव नहीं है। दिल्ली पर्यटन स्थल आपको अच्छी स्मृति देंगे।
1. लाल किला

मुगल वास्तुकला द्वारा लाल बलुआ पत्थर से बना सुंदर किला, यात्रियों को आकर्षित करने वाला मुख्य स्थान है। यह बहुत-सी अलग-अलग तरह की जगह का संगम है। आपको इसमें संग्राहलय देखने को भी मिलेगा व पारंपरिक हस्तशिल्प और सजावटी सामान, कृत्रिम गहने आदि इसके मीना बाज़ार में जगमगाते हुए मिलेंगे। कारीगरों ने इतनी महीनता से इसका हर कोना उकेरा है कि तारीफ किए बिना आपसे रहा नहीं जाएगा। यहाँ आकर आप दिल्ली के फोटो लेकर एक सुंदर नज़ारा अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। शाम के वक्त यहाँ का लाईट व साउंड शो आपको बेहद पसंद आएगा। यह सबसे प्रसिद्ध दिल्ली पर्यटन स्थल है।
2. इंडिया गेट

राष्ट्रपति भवन की सीध में बना हुआ यह स्थान प्रथम विश्व युद्ध के शहीदों की याद में बनवाया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दिया जाए की इस पर उन शहीदों के नामों को भी लिखा गया है। अगर आप दिल्ली दर्शन के लिए आए है तो इस जगह को भूल नहीं सकते। दिन-रात,आँधी-तूफान, साल के हर एक दिन यहाँ जलती अमर जवान ज्योति उन वीरों की दास्तान बयान करती है। अपने देश प्रेम को थोड़ा जाग्रित करते हुए आप इसकी वीरता के गवाह बन सकते है। आसपास का बगीचा भी व हर वक्त होती चहल-पहल भी आपको अपनी तरफ खिंचेंगी।
3. क़ुतुब मीनार

कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा बनवाई गई यह इमारत दिल्ली की ऊँची इमारतों में से एक है। यह ईरानी वास्तुकला का भव्य उदाहरण है जिसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में शामिल किया गया है। यह सबसे नामी दिल्ली पर्यटन स्थल है। इसके समीप ही एक लौह स्तम्भ बना है जिसकी ख़ासियत यह है कि इसपर आज तक जंग नहीं लगा। आस पास हरियाली व पिकनिक स्थल के तौर पर भी लोग इसे बेहद पसंद करते हैं।
4. हुमायूँ का मकबरा

शताब्दियों बाद भी अपनी सुंदरता बरकरार रखे हुए इस स्थान को हुमायूँ की पत्नी हाजी बेगम ने बनवाया था। लाल पत्थर व संगमरमर के संगम से बना यह मकबरा भी मुगल वास्तुकला का प्रशंसनीय उदाहरण है। यहाँ हुमायूँ के साथ ही साथ मुगलों के कुछ खास सदस्यों की समाधि बनाई गई है। ऊँची-ऊँची पथरीली सीढ़ियाँ, बड़े-बड़े कलात्मक दरवाज़े प्राचीनता को बखूबी दर्शाते हैं। चारों तरफ हरी घास ब घने पेड़ों से समाहित चबूतरे घरों याद दिलाते हैं।
5. अक्षरधाम मंदिर

विश्व के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में शामिल यह स्वामिनारायण मंदिर आपको भौचक्का कर देगा। एक बार अंदर घुसने के बाद आप इसके हर एक कोन की तारीफ करते नहीं थकेंगे। यह सबसे मशहूर दिल्ली पर्यटन स्थल है। आप यहाँ आकर बाहरी दुनिया को पूरी तरह कुछ समय के लिए भूल जाऐंगे। ये मंदिर अलग-अलग भागों में बँटा हुआ है जिसमें नौका विहार, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शाम में समय होता वॉटर शो-ये सभी आपको बेहद आनंद से भर देंगे। अगर आप समय निकालकर आऐंगे तो.यहाँ मौजूदा हर कोने को बखूबी परख पाऐंगे। सुबह 9:30 से शाम 6:30 तक यह आपके लिए खुला रहता है।
6. छत्तरपुर मंदिर

दक्षिणी दिल्ली में स्थित यह मंदिर आध्यात्मिकता का प्रतीक है। शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, हनुमान, लक्ष्मी जैसे कई भगवानों की भव्य मूर्ती आपको भक्ति की दुनिया में ढकेल देंगी। अगर आप धार्मिक प्रवृत्ति के है तो आप यहाँ आकर अपनी भक्ति में लीन हो सकते हैं आपके मन को अत्यंत शांति मिलेगी। मुख्यतः यह मंदिर देवी कात्यायनी को समर्पित है। 70 एकड़ की ज़मीन पर फैले इस मंदिर की वास्तुकला भी सराहनीय है।
7. इस्कॉन मंदिर

अपनी भव्यता का प्रदर्शन करता यह मंदिर आपको बेहद रोमांचक लगेगा। भगवान कृष्ण व राधा को समर्पित यह मंदिर जन्माष्टमी के अवसर पर दुल्हन की तरह सजता है। यह सिर्फ आध्यात्मिकता का केंद्र नहीं है बल्कि यह म्यूज़ियम, रेस्टोरेंट व शादी, पार्टियों का भी केंद्र है। शाम के वक्त रंगीन लाईटों से शोभित मंदिर आपको हैरान कर देगा इसलिए यह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। यहाँ पंडितों द्वारा बहुत कड़े नियमों से पूजा-पाठ का आयोजन होता है।
8. कमल मंदिर

बहाई स्थल कही जानेवाली यह जगह उपासना केंद्र है जहाँ आपको एकदम शांत माहौल मिलेगा। वैसे तो यह उपासना स्थल है पर यहाँ किसी भी भगवान की मूर्ती नहीं है क्योंकि माना जाता है कि उपासना करने के लिए किसी भगवान के नाम की ज़रुरत नहीं है। यहाँ हर धर्म के लोगों का स्वागत किया जाता है और यहाँ कुछ धार्मिक ग्रंथों को पढ़ा जाता है। कमल का फूल शांति व पवित्रता का प्रतीक है इसी को दिमाग में रखते हुए इस स्थान का निर्माण किया गया है।
9. जामा मस्जिद

भारत के सबसे बड़े मस्जि़दों में से एक यह पुरानी दिल्ली में स्थित है। इंडो-इस्लामिक व मुगल वास्तुकला से बना यह मस्जिद शाहजहाँ का सबसे प्राचीन इमारत है। यहाँ एक समय पर 25000 श्रद्धालु अपनी आस्था को रास्ता देते है। ईद पर लोगों की यहाँ भारी भीड़ उमड़ती है पर अगर आप भीड़ से बचना चाहते है तो सुबह के वक्त यहाँ आना उचित होगा। प्रवेश करने के लिए आपको किसी टिकट की ज़रूरत नहीं है। यह एकदम मुफ्त है पर.अगर आप कैमरा अंदर ले जाना चाहते है तो आपको शुल्क अदा करना पड़ेगा।
10. नेशनल रेल म्यूज़ियम

पुरानी रेलों को विरासत के तौर पर यहाँ रखा गया है जिनमे कुछ टॉय ट्रेन भी शामिल है। इसमें डिज़ल इंजन व स्टीम इंजन से चलने वाली रेल भी देखने को मिलेंगी। यहाँ आपको शाही रेलों की सैर के साथ-ही-साथ रेस्टोरेंट में अच्छा भोजन भी मिल जाएगा और हाँ, तस्वीरें खींचना तो बिल्कुल मत भूलिएगा। इन में से कुछ रेलों की राईड आपको रोमांचित कर देगी। बच्चों के लिए यह स्थान सबसे उचित रहेगा।